गाजीपुर-खमोश ! डीपीआरओ सर सो रहे है

गाजीपुर-विकासखंड करण्डा की ग्राम सभा अंकुश पुर निवासी उषा देवी पत्नी रामाश्रय प्रसाद ने दिनांक 29 दिसंबर 2020 को जिलाधिकारी गाजीपुर को ग्राम प्रधान और सचिव के द्वारा मिलीभगत कर गांव में सरकारी धन के दुरुपयोग की जांच कराने का प्रार्थना पत्र दिया। उषा देवी ने अपने दिए गए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि ग्राम प्रधान और सचिव के द्वारा गांव में स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत शौचालय, खड़ंजा, नाली ,हैंडपंप का काम सरकारी मंशा के अनुरूप नहीं कराया गया है।सरकारी धन का ग्राम प्रधान और सचिव के द्वारा दुरुपयोग कर हड़प लिया गया है। ग्राम प्रधान के परिवार के सदस्य अर्जुन सिंह यादव, अनिल यादव, रामजी यादव, कपिल देव यादव पुत्रगण लालपरिखा यादव, ग्राम प्रधान के घर के सदस्य हैं।इनके नाम पर फर्जी जॉब कार्ड बनाकर मनरेगा के धन राशि का गबन किया गया है।ये सभी लोग जॉब कार्ड के पात्र नहीं है। ग्राम प्रधान का भ्रष्टाचार यहीं तक नहीं रुका मौजा रामपुर सहेडी़ के खसरा संख्या 38 जो राजस्व अभिलेख में पोखरी के रूप में दर्ज है उस पर अवैध मकान का निर्माण कराए हैं।ये लोग काफी दबंग किस्म के व्यक्ति हैं इन लोगों के यहां काफी संख्या में असामाजिक तत्वों का आना जाना तथा उठना बैठना है। इन लोगों के पास अनेक अवैध असलहे भी हैं।इनकी दबंगई की वजह से इनके द्वारा किए गए अनियमितता की सिकायत कोई भी ग्राम वासी उच्चधिकारियों से नहीं करता है। उषा देवी द्वारा दिये गये सिकायती प्रार्थना पत्र को जिलाधिकारी ने जाँच हेतू जिला पंचायत अधिकारी को मार्क कर भेज दिया। सिकायत करता के पति अर्धसैनिक बल के जवान है वो दो बार डीपीआरओ से मिले लेकिन दोनो बार डीपीआरओ ने समयाभाव का बहाना बना कर टाल दिया।