गाजीपुर- जनपद के 180 परिवारों में जश्न, लेकिन क्यों ?ख़बर पढें

गाजीपुर- लॉकडाउन घोषित होने के बाद लगभग 24 दिन बाद शनिवार की देर रात लगभग 180 छात्र-छात्राएं राजस्थान के कोटा नामक शहर में फंसें थें। ये वो बच्चे थे जो वहां विभिन्न प्रतियोगिता की तैयारी करने गये थे। वहां अलग अलग कोचिंग संस्थानों मे रह कर पढ़ या तैयारी रहे थे, लेकिन लाकडाउन की घोषणा के बाद ये छात्र घर से काफी दूर फसे हुए थे। ऐसे छात्रों को यूपी सरकार नें संकट मोचनक बनकर घर लाने का कार्य किया है।
इस से बच्चो और अभिभावकों में खुशु का माहौल है। गाज़ीपुर आए छात्रों में काफी संख्या में हिन्दू और मुस्लिम छात्र और छात्राएं हैं, जो अपने गृह जनपद पहुच कर काफी खुश हैं और सभी एक सुर में सरकार को थैंक यू कह रहे हैं।इन सभी का थर्मल स्क्रीनिंग और प्राथमिक जांच स्वास्थ विभाग कर रहा है। कोटा राजस्थान से आए छात्र छात्राएं बता रहे हैं कि वे कोटा में कोचिंग करने के लिए गए थे लेकिन लॉक डाउन होने की वजह से वह लोग फंस गए थे। जिस को संज्ञान में लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने इन्हें कोटा से वापस घर बुलाया है, ये सराहनीय काम है।
इस पूरे मामले पर डीएम गाजीपुर ओमप्रकाश आर्य ने कल शाम को ही राजस्थान कोटा से छात्रों के आने की बात कही थी, वही आज सुबह जब बच्चे बस द्वारा गाजीपुर पहुंचे तो, सभी का वेलकम जिला प्रशासन और स्वस्थ विभाग ने किया, जांच के साथ उनके खाने और रहने का फिलहाल प्रबंध किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि इन सभी बच्चों की जांच करने के बाद अगर जरूरत पड़ी तो रोक कर इनको क्वॉरेंटाइन किया जाएगा, और अगर यह जांच में ठीक पाए जाते हैं, तो इनको घर तक पहुंचाया जाएगा। लेकिन वे घर पर भी 14 दिन क्वॉरेंटाइन में ही रहेंगे, फिलहाल गाजीपुर पहुंचे छात्रों के चेहरे पर खुशी देखते हुए बन रही थी।