गाजीपुर-जनपद में विश्वविद्यालय अभी नहीं तो कभी नहीं

गाजीपुर- जनपद मे विश्वविद्यालय की माँग काफी पुरानी है। वर्ष 1980 से स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर के हर क्षात्रसंघ चुनाव मे क्षात्रनेताओं का यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा हुआ करता था। क्षात्रनेताओं का समुह इस मुद्दे पर धरना-प्रदर्शन भी करता था लेकिन पता नहीं वह कौन सी अदृश्य शक्ति थी जो उन्हें आज तक सफल नहीं होने दिया। गोरखपुर विश्वविद्यालय को तोडकर जब पुर्वांचल विश्वविद्यालय के स्थापना की योजना बन रही थी उस समय स्व०पुर्व शिक्षामंत्री कालीचरन यादव इसे सादात मे स्थापित करना चाहते थे लेकिन उसी अदृश्य शक्ति ने उनके प्रयास को भी विफल कर दिया और विश्वविद्यालय जौनपुर चला गया।इधर एक सप्ताह के अंदर गाजीपुर में विश्वविद्यालय के स्थापना को लेकर स्नातकोत्तर महाविद्यालय के क्षात्रसंघ के दो पुर्व क्षात्रनेताओं नें हुंकार भरा है।एक ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा के बिशेष सत्र मे लखनऊ में तो दुशरे ने स्थानीय स्तर पर । एक का नाम है सदर विधायक डा०संगीता बलवंत तो दुशरे का नाम है पंकज उपाध्याय। गाजीपुर म़े विश्व विद्यालय की स्थापना की मांग को लेकर पीजी कालेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष पंकज उपाध्याय के नेतृत्व में शनिवार को एक प्रतिनिधिमंडल जलूस के रुप में राइफल क्लब में मुख्यमंत्री के नाम से संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के बाला को सौंपा। इस मौके पर पूर्व क्षात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए जनजागरण अभियान चलाया जायेगा और गाजीपुर के बुद्धजीओं से भी समर्थन करने का मांग किया जायेगा। अगर हमारी मांगे पूरी नही होती है तो जनपद के बुद्धिजीवीओं सहित छात्रनेता आर-पार की लड़ाई लड़ेगें,जरूरत पड़ी तो इसके लिए आमरण अनशन के लिए भी हम लोग तैयार है। जिले में 350 महाविद्यालय है ऐसे में शासन को जनपद में एक विश्वविद्यालय बनवाना चाहिए। इस मौके पर दीपक उपाध्याय, राजेश प्रजापति, दिवाकर प्रसाद, अभिषेक राय, अंकित राय, रिसभ राय, अशोक मिश्रा, निखिल यादव, संदीप राय, प्रद्दम्न यादव, बाबर अंसारी, राहुल मौर्या, सुरेश मौर्या, पूनीत राय, बिट्टू सिंह कुशवाहा, वसीम अंसारी, विश्वजीत पांडेय, अनुराग यादव, सूर्यकांत त्रिपाठी आदि लोग शामिल थे।