गाजीपुर-दरोगा प्रवीण यादव पर अभियोजन की शासन से मंजूरी
गाजीपुर-जमानिया कोतवाली के ग्राम किशुनीपुर निवासी सपना पांडे जो सनशाइन पब्लिक स्कूल की प्रिसिंपल थी का आरोप है कि 21 सितंबर 2016 को जमानिया सनशाइन पब्लिक स्कूल मे उस समय के सुहवल थानाध्यक्ष प्रवीण यादव पुलिस बल के साथ उनके विद्यालय पर आए और उसे प्रबंधक के कमरे में बुलाकर ले गए। वहां पर प्रवीण यादव ने सपना पांडे से कहा कि आप पर स्कूल के प्रबंधक के बड़े भाई ने 50 लाख रुपया गबन का आरोप लगाते हुए तहरीर दिया है।तत्कालीन सुहवल थानाध्यक्ष प्रवीण यादव सपना पांडे को अपने साथ लेकर जमानिया कोतवाली के किशुनीपुर मेरे घर ले गए और वहां बलात मेरे पिता ओंकार नाथ पांडे की अलमारी में रखे ढाई लाख मूल्य के गहने तथा 1 लाख 16 हजार नगद निकाल लिए। किशुनीपुर से वह मुझे और मेरे पिता को लेकर स्कूल पहुंचे। मुझसे वह मेरे पिता से कई सादे कागजों सहित स्टांप पेपर पर भी हस्ताक्षर बनवाएं। सुहवल थाना अध्यक्ष के निर्देश पर मुझे महिला आरक्षी अनीता सिंह के आवास पर रात भर रखा गया। दूसरे दिन मुझे प्रवीण यादव जमानिया स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के शाखा में ले गए और मेरे वेतन के दो लाख 16 हजार की धनराशि बलपूर्वक मुझ से चेक बुक पर हस्ताक्षर करा कर निकलवा लिया।सपना ने इस बात की लिखित शिकायत पुलिस में दर्ज कराया।बीते 12 फरवरी को शासन ने लूट के आरोपित दरोगा प्रवीण यादव सहित 11 पुलिस कर्मियों पर अभियोजन की स्वकृति शासन ने दे दिया है।इस बात की जानकारी पीडिता के पिता ने जब जन सूचना के तहत मांग तब शासन मिला।स्टेट बैंक और यूनियन बैंक जमानियां की साखाओं में लगे सीसीटीवी ने आरोपी को बचने के सभी रास्तों को बन्द कर दिया है।मामले की कई विवेचकों ने विवेचना कर फाईल रिपोर्ट लगाया है। एक बार फिर इस मामले की विवेचना एसपीआरए वाराणसी कर रहे है। इस सम्बंध मे जब गाजीपुर टुडे की पीडिता के पिता ओंकार नाथ पान्डेय से वार्ता हुई तो इस मामले की कहानी सुनकर लगा की अभी आगे भी उन्हें न्याय पाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पडेगी।