गाजीपुर-देश कोरोना से लड रहा है और कर्मचारी सरकार से

गाजीपुर-आज दिनांक राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद जनपद शाखा गाजीपुर के जिलाध्यक्ष दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा कुछ दिन पहले कर्मचारियों/शिक्षकों का डी0ए0फ्रिज करते हुए छ: भत्तों पर रोक लगाई गई थी,उन्होंने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा कर्मचारी को मिलने वाला भत्ता पूरी तरह से समाप्त करने पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि यह निर्णय कर्मचारियों के साथ सौतेलापन का प्रतीक है,पूर्व में इन भत्तों को स्थगित किया गया था,जिसका कर्मचारियों द्वारा 1मई को मोमबत्तियाँ जलाकर विरोध किया गया था,किन्तु सरकार के इस निर्णय से लाखो कर्मचारी निराश व हताश हो गये हैं।

कोरोना वायरस से बचाव हेतू कर्मचारी अपनी जान पर खेलकर संक्रमण काल में लगातार जन सेवा में लगा हुआ है,चाहे वह चिकित्सक हो अथवा पुलिस कर्मी या अन्य विभाग के कर्मचारी हो आमजन इन कर्मचारियों को दुसरे भगवान के रूप मे देख रही है,किन्तु इस समय कर्मचारियों को पुरस्कृत के स्थान पर उन्हे दण्डित करने जैसा कार्य समझ से परे है।
उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी शसनादेश में यह कहा गया है कि केंद्र सरकार में प्राप्त हो रहे कर्मचारियों के भत्तों की समानता के लिए इन छ:भत्तों को समाप्त किया जा रहा है,लेकिन केंद्र सरकार के कर्मचारियों को मिलने वाला मकान किराया भत्ता उत्तर प्रदेश के कर्मचारियों को मिलने वाले मकान किराया भत्ता से कईगुना अधिक है।

वहीं ट्रांसपोर्ट भत्ता और एजूकेशन भत्ता प्रदेश के कर्मचारियों को नही दिया जा रहा है,यदि राज्य सरकार केंद्र के कर्मचारियों के समान भत्तों की समानता के लिए कुछ भत्तों को समाप्त कर दिया है,तो केन्द्रिय कर्मचारीयों को मिलने वाले भत्तों के समान सभी भत्ते प्रदेश के कर्मचारियों को प्रदान करना चाहिए,
इन्डियन पब्लिक सर्विसेज इम्प्लाईज फेडरेशन के आवाहन पर व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के निर्देश के क्रम में जिलाध्यक्ष दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव ने जनपद के समस्त कर्मचारियों से अपील किया कि दिनांक 19:05:2020को जनपद के समस्त विभागों के कर्मचारी कालाफीता बाध कर कार्य करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी किये गये आदेश कर पुरजोर विरोध करेंगें ।

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