गाजीपुर-न्यायपालिका के बिभिन्न वर्गों ने किया लाखों की सहायता

गाजीपुर 25 अप्रैल 2020। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर क तत्वाधान में कोविड-19 महामारी संकट से उत्पन्न परिस्थिति के परिपेक्ष में मा0 अध्यख, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/जनपद न्यायाधीश, गाजीपुर के निर्देशन में जनपद न्यायालय, गाजीपुर में अधिवक्तागण, न्यायिक अधिकारीगण व कर्मचारीगण के सौजन्य से गरीब, असहाय, जरूरतमंद व्यक्तियों को राहत सामाग्री वितरण का शुभाम्भ किया गया।
मा0 जनपद न्यायधीन महोदय ने कहा कि इस लॉक डाउन की अवधि में दैनिक कर्मचारी, गरीब आदि लोगो को खाने की समस्या हो रही है उसी परिपेक्ष में राहत सामाग्री का वितरण हो रहा है ताकि वे लोग भूख से न मरे। इस कार्य में जिला प्रशासन लगा हुआ है, जगह-जगह कैम्प कार्यालय बना हुआ है। वहॉ पर गैर सरकारी संगठन व व्यक्तिगत भी लोग अपना-अपना योगदान दे रहे है।
इसी क्रम में जो नयायालय परिवार के लोग है जिसमें अधिवक्तागण, न्यायिक अधिकारीगण व कर्मचारीगण उन सभी लोगो से हमने अपील की थी कि ऐसे घड़ी में हम लोगो को भी कुछ राहत सामग्री वितरित करना चाहिए और ये सभी सहृदय लोग इनके पास भी संवेदनाएं है कि हम भी जरूरतमंद लोगो की मदद करें, तो इस क्रम में अधिवक्तागण द्वारा 38600 रू0 न्यायिक अधिकारीगण द्वारा 34500 रू0 तृतीय श्रेणी कर्मचारी द्वारा 39900 रू0 व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा 8600रू0 इसके अलावा आटा, चावल, दाल, सरसों का तेल, व गेंहू भी लगभग 10-12 कुन्टल दिया गया है लेकिन यही पर यह योगदान सामप्त नही हो रहा है अभी भी हमारे वाह्य न्यायालय मु0बाद, सैदपुर व सम्मानीत अधिवक्तागण का योगदान जारी है जैसे-जैसे उपलब्ध होता रहेगा हम उसको वितरण कराते रहेगें। इसके लिए हम अपने सम्मानीत अधिवक्तगण को सहृदय बहुत-बहुत धन्यवाद देते है साथी ही साथ हमारे न्यायिक अधिवकारीगण, कर्मचारीगण की टीम को भी मैं धन्यवाद देता हूॅ तथा जिला प्रशासन का कार्य भी सराहनीय है। मौके पर जिलाधिकारी ओम प्रकाश आर्य, पुलिस अधीक्षक डा0 ओम प्रकाश सिंह, प्रधान न्यायाधीश गुलाब सिंह, कुटुम्ब न्यायालय विष्णु चन्द्र वैश्य, विशेष न्यायाधीश, ई0सी0एक्ट, संजय कुमार सिंह, त्वरित न्यायालय कक्ष संख्या-2 सुशील कुमार -ट मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी व पप्पु कुमार ंिसह, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गाजीपुर आदि न्यायिक अधिकारीगण, अधिवक्तागण व तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारीगण व मीडिया के लोग उपस्थित रहें।