गाजीपुर- मलाईदार थानों पर तैनाती को मजबूर अफसर या सत्ता का दबाव
गाजीपुर-पुलिस के आला अफसरों की मजबूरी कहें या फिर सत्ताधारियों का दबदबा, जिले के आधे से अधिक थाने पर ब्राह्मण व क्षत्रिय थानेदारों का कब्जा है। अधिकतर चौकियां भी इसी जाति के दरोगाओं के हवाले हैं। 25 थानों में से 11 पर ब्राह्मण व चार पर क्षत्रिय तैनात हैं। हालांकि क्षत्रिय थानेदारों के बराबर यादव भी हैं।
अब शुरू करते हैं कौन, कहां तैनात है। शहर कोतवाली में धनंजय मिश्रा, नोनहरा में बृजेश कुमार शुक्ला, दुल्लहपुर राजेश त्रिपाठी, भुड़कुड़ा अनिल कुमार पांडेय, खानपुर जितेंद्र दुबे, नगसर सुरेश चंद्र मिश्रा, मुहम्मदाबाद अजीत प्रताप मिश्रा, करीमुद्दीनपुर इंद्रकांत मिश्रा,दिलदारनगर जय श्याम शुक्ला, रेवतीपुर केके चौबे व बहरियाबाद में विमल
कुमार मिश्रा की तैनाती है। इसी तरह सैदपुर बलवान सिंह, करंडा तसीलदार सिंह, जमानियां दिलीप कुमार सिंह, गहमर राजीव कुमार सिंह। यादव बिरादरी
के थानेदारों में भांवरकोल शैलेश यादव, कासिमाबाद विश्वनाथ यादव, मरदह श्यामजी यादव, बरेसर सुशील यादव की तैनाती है। बिरनो थाना अल्पसंख्यक
अब्दुल वसीम खां के जिम्मे है। जंगीपुर में जयचंद भारती, सादात में रवींद्र भूषण मौर्य तो हाल ही में सुहवल में संजय वर्मा को तैनात किया
गया है। शादियाबाद थाने की कमान राजाराम कनौजिया के जिम्मे है।
ये मलाईदार थानों में गिने जाते हैं!
जिले में जितने भी मलाईदार थाने हैं वहां क्षत्रिय या ब्राह्मण थानेदार की ही तैनाती है। गहमर व दिलदारनगर जिले का टाप थानाें में गिना जाता है।
गहमर में राजीव सिंह व दिलदारनगर में जय श्याम शुक्ला की तैनाती है।तीसरे नंबर पर जमानियां आता है। यहां दिलीप कुमार सिंह काफी दिनों से
कब्जा जमाए हुए हैं। इनके अलावा सुहवल, कोतवाली, दुल्लहपुर थाने भी मलाईदार थानों की गिनती में आते हैं।