गाजीपुर-सब किया जनता नें लेकिन अपनी पीठ थपथपाता सरकार, शासन व प्रशासन

गाजीपुर-कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पुरे देश को लाँकडाउन/सब को घरों में रहने के लिए बाध्य कर दिया गया।इसके चलते पूरे देश में उद्योग धंधे व फैक्ट्रियां बंद हो गई । इससे दिहाड़ी रोजी-रोटी कमाने वालों सहित करोड़ों लोग बेरोजगार हो गये।इस आर्थिक संकट से लोगों व देश को उबारने के लिए सरकार तथा शासन प्रशासन ने देशवासियों से जमकर दान देने की अपील किया और लोगों ने दिलखोल कर दान भी दिया।जनपद के बिभिन्न थानाध्यक्षों ने ग्राम प्रधानों व प्रतिष्ठित लोगों से गेहूं ,चावल ,आँटा ,आलू लेकर गरीबो व लाचार लोगों में लंच पैकेट व राशन का बितरण किया।इसी तरह से जिम्मेदार अधिकारियों के दबाव में या स्वेच्छा से कहीं ग्राम प्रधानों ने,कहीं विभागीय कर्मचारियों नकद दान दिया तो कहीं बितरण के लिए खाद्य सामग्री उपलब्ध कराया।सबसे बडा़ सवाल-जब सब कुछ जनता ने दिया और जनता ने किया तो शासन प्रशासन व सरकार के पास जो अरबों खरबों की सहायाता राशि आई वो क्या हुई ? और उसका क्या होगा ? वैसे भी आडिट होना नहीं है ।

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