ग्रामीण सफाई कर्मी हुए साहबों के नौकर, सफाई रामभरोसे

गाजीपुर- वर्ष 2009 मे तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने उत्तर प्रदेश के एक लाख आठ हजार राजस्व ग्रामो मे सफाईकर्मी रखने की व्यवस्था किया था। भर्ती भी सफलता पुर्वक सम्मपन हो गई । आज ये ग्रामिण सफाई कर्मी साहबों के बंगले पर ,आफिसों मे,ड्राइवर के रुप मे मजा ले रहे है। गाँवो के हालात सफाई के मामले मे जैसे कल थे वैसे आज भी है। अधिकांश सफाई कर्मचारियों ने तीन हजार महिना पर गाँव के ही डोम तथा मुसहर / बनबासीयों अपने जगह पर लगा दिया है और अपने बाईक से टहल रहे है। दुशरी तरफ ग्रामीण आपस मे चन्दा लगा कर बजबजाती नालियों की सफाई कराने के लिए विबस है। ऐसा ही वाकया कल गाजीपुर सदर ब्लॉक के गाँव बयेपुर मे देखने को मिला। बयेपुर की ग्राम प्रधान है बेईला देबी और गाँव की आबादी है लगभाग पाँच हजार । कल वहाँ के ग्रामिणों ने आपस मे चन्दा लगा कर चार हजार रूपया एकत्र किया और दो सफाई करने वालों अर्जुन पुत्र राजू निवासी टैक्सी स्टैंड गाजीपुर व राजेश पुत्र मंहगू निवासी बयेपुर (दोनो डोम है) को गंदी नालियों की सफाई का ठेका दे दिया। सफाई कर्मी के नाम पर 20000/हजार महिना लेने वाले लापता है।

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