पोंटी चड्ढा के भुत से परेशान प्रदेश का अबकारी बिभाग
लखनऊ – पोंटी चड्ढा एक ऐसा नाम जिसने उत्तर प्रदेश ,पंजाब, दिल्ली के आबकारी विभाग को लगभग दो दशक तक अपनी उंगलियों पर नचाया । इन तीनों प्रदेशों के अबकारी नीति को जब चाहा जैसे चाहा बनवाया और बदलवाया । उत्तर प्रदेश में जब से नई सरकार आई है अपुष्ट खबरों के अनुसार स्वर्गीय पोंटी चड्ढा के ग्रुप में और उत्तर प्रदेश सरकार सौदेबाजी चल रही है । सत्तारूढ़ राजनैतिक दल के एक बरिष्ठ नेता और चड्ढा ग्रुप के मध्य आज भी सौदेबाजी चल रही है ।इस कथन में कितनी सच्चाई है यह तो मैं नहीं जानता लेकिन शराब कारोबारियों के मध्य जो चर्चा है उसी का यहा जिक्र कर रहा हूं ।पोंटी चड्ढा ग्रुप आबकारी नीति को अपने हिसाब से बदलवाने के लिए 900 करोड़ देने को तैयार है, लेकिन सत्तारूढ़ दल के नेता 15 सौ करोड़ की मांग पर अड़े हुए हैं । इन्हीं सब के चलते उत्तर प्रदेश में देसी ,अंग्रेजी तथा बीयर की दुकानों का ई-लाटरी नहीं खुल पा रही है । पोंटी चड्ढा का असली नाम गुरुदीप सिंह चड्ढा था इसका जन्म 1975 में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में हुआ। 600 करोड़ कारोबार वाले इस ग्रुप के मुखिया पोंटी चड्ढा की मृत्यु 17 नवंबर 2012 को दिल्ली के छतरपुर में इसके अपने फार्म हाउस पर भाइयों से जमीन विवाद के बंटवारे में हुई गोलीबारी में हुई थी।