बाबा भोले नाथ के भक्तों पर बरसे ईट पत्थर, लेकिन क्यों और कहाँ ?
सावन का महिना प्रारम्भ होनो से पुर्व ही देवाधिदेव महादेव के भक्त , अपने अराध्य पर जलाभिषेक करने की योजना बनाने लगते है। सावन के प्रारम्भ होते ही जलाभिषेक करने के लिये चल देते है। लेकिन कंंही-कंही भोले के भक्त इतना मदांन्ध हो जाते है कि नियम कानून सब भूल जाते है। बरेली के अलीगंज क्षेत्र के गाँव खैमल के पास डीजे बजाना प्रतिबंधीत है लेकिन कांवरिये बार-बार मना करने के बाद भी डीजे बजाते रहे। इस से नाराज दुशरे समुदाय के लोगो ने पत्थर बाजी शुरू कर दिया। जबाब मे कांवरीयों ने भी पत्थर बाजी का जबाब पत्थर से देना शुरू कर दिये। इस पत्थर बाजी मे दो दर्जन कांवरीये और आधा दर्जन आई.टी.वी.पी.के जवान घायल हो गये। ये पत्थर बाजी लगभग 1 घंटे तक चली।