मऊ- अपनी पत्नी और बेटे का हैवान हत्यारा बाप

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मऊ-जनपद में 8अक्टूबर को हुए माँ-बेटे के चर्चित हत्याकांड का पर्दाफाश करने में पुलिस को कामयाबी 10 दिन बाद मिली। फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम के साथ ही पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गठित टीम ने सर्विलांस के जरिए आखिरकार मादीसिपाह में दुर्गापूजा के दिन हुई मां-बेटे की हत्या की गुत्थी को शुक्रवार को सुलझा लेने का दावा किया है। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के मुताबिक बलरामपुर जनपद में शिक्षिका के पद पर तैनात रही रेखा राय और उसके बेटे हर्षित राय का हत्यारा कोई और नहीं, बल्कि खुद रेखा का पति और हर्षित का पिता चंद्रशेखर राय उर्फ बब्बू राय है। हत्या की वजह पति और पत्नी के बीच दूरी, अनबन और पति के पत्नी के व्यवहार पर शक को ठहराया जा रहा है। हत्यारोपित पति को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है।

मादीसिपाह में इसी महीने की आठ तारीख को मां-बेटे की एक ही दिन एक ही घर में और एक ही समय पर गोली मारकर की गई।इस हत्या ने सबको चौंका दिया था। मामले में मृत शिक्षिका रेखा राय के पति चंद्रशेखर राय उर्फ बब्बू राय ने बीते आठ अक्टूबर को दोहरीघाट थाने में अज्ञात बदमाशों द्वारा पत्नी व बेटे की हत्या का आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज कराया गया। पति पर पत्नी की हत्या करने का कोई शक होता तो बेटे की हत्या कोई पिता क्यों करेगा ? इसे लेकर केस मामला उलझता ही जा रहा था। शुक्रवार को अपने कार्यालय में इस डबल मर्डर केस के रहस्य से पर्दा उठाते हुए पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि पिछले तीन वर्ष से बलरामपुर जिले के एक प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर तैनात शिक्षिका रेखा राय लखनऊ में किराये के मकान मे रहकर अपनी नौकरी कर रही थी। इसके चलते मादीसिपाह में रह रहे शिक्षिका के पति बब्बू राय नाराज रहते थे। वह चाहते थे कि पत्नी का तबादला मऊ जनपद में कहीं आस-पास हो जाए, लेकिन शिक्षिका वहीं रहकर काम करने की जिद पर अड़ी हुई थी। इस शिक्षा सत्र में शिक्षिका ने बच्चों का दाखिला भी वहीं करा लिया और उन्हें लेकर लखनऊ रहने लगी। इस बात से बब्बू राय चिढ़ा हुआ था। गुस्से की वजह से हत्याकांड को अंजाम दिया,उसने पहले पत्नी की हत्या किया उसके बाद अपने पुत्र की हत्या किया।

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