मानव श्रृंखला बनाकर ग्रामिणों ने किया विरोध

गाजीपुर-करीब छह वर्ष पूर्व गंगा की विभीषिका में अपना सब कुछ गवां चुके काफी संख्या में कटान पीड़ित आज भी पुनर्वास की बाट जोह रहे हैं। गंगा की तबाही का दृश्य याद कर उनके रोंगेटे खड़े हो जा रहे हैं। ग्रामीण अब नहीं चाहते कि कटान से उनका बचा खुचा गांव भी गंगा की भेंट चढ़े। सेमरा व शिवरायकापुरा गांव के ग्रामीण सुबह करीब आठ बजे मिश्र बाबा के पीपल के पास एकत्रित होना शुरू हुए। देखते ही देखते वहां हजारों की संख्या में बुजुर्ग, अधेड़, युवा व बच्चे एकत्रित हो गये। सबकी आंखों में जनप्रतिनिधियों व शासन प्रशासन की ओर से अपनाए गए उपेक्षात्मक रवैया पर आक्रोश दिख रहा था। क्षतिग्रस्त ठोकर मरम्मत की बात सामने आते ही वह एक स्वर से यही कह रहे थे कि जब तक ठोकर मरम्मत का कार्य शुरू नहीं होगा उनकी लड़ाई अब बंद नहीं होगी। हमारा बंटवारा कर राजनीतिक अपना लाभ लेकर कहां से कहां पहुंच गये और हमें बर्बाद होने के लिए छोड़ दिया। लेकिन अब उनके मंसूबों को सफल नहीं होने दिया जाएगा। ग्रामीण एक दूसरे का हाथ थामकर मानव श्रृंखला बनाकर अपने मजबूती को दर्शाते हुए विरोध प्रकट किए। कहा कि अब आश्वासन से नहीं धरातल पर काम दिखने पर ही किसी तरह की बात होगी। इस मौके पर श्रवण तिवारी, सुभाष तिवारी, लालबहादुर प्रजापति, ढ़ुनमुन पटेल, उपेंद्र राय, मंगला यादव, मनोज राय, अखिलेश राय, डा.योगेश ने किया।