मा०मनोज सिन्हा जी , सेमरां क्या पाकिस्तान मे है ?
गाजीपुर- गांव बचाने के लिए क्षतिग्रस्त ठोकर की मरम्मत को सेमरा व शिवराय का पुरा के ग्रामीण बुधवार को 29वें दिन गंगा तट पर क्रमिक धरने पर बैठे रहे। जनप्रतिनिधियों व सत्ता से जुड़े जिम्मेदार राजनेताओं की ओर से सुधि न लिए जाने से ग्रामीण आक्रोशित हैं। क्रमिक धरने में पहुंचे कांग्रेस पार्टी के पंचायती राज प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव डा. जनक प्रसाद ¨सह कुशवाहा ने सेमरा व शिवराय का पुरा गांव के अस्तित्व का सवाल बने क्षतिग्रस्त ठोकर मरम्मत की मांग को संसद और विधान सभा के सत्र में उठवाने का भरोसा दिया। कहा कि इस समस्या को नजदीक से जानने और समझने के लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर को जल्द ही गांव तक लाने का प्रयास करेंगे। धरने में डा. कुशवाहा ने कहा कि अब देश में सबका साथ और सबका विकास किए जाने की बातें मंचों से की जा रहीं हैं लेकिन हालत यह है कि गांव के अस्तित्व को लेकर ऐतिहासिक ग्राम पंचायत शेरपुर के सेमरा व शिवराय का पुरा गांव के लोगों को एक महीने से क्रमिक धरना देना पड़ रहा है। इसके बावजूद सरकारों पर कोई असर नहीं दिख रहा है। प्रधानमंत्री की ओर से जब सांसदों को अपने सभी विधान सभाओं को प्रत्येक वर्ष एक-एक गांव को गोद लेने की बातें कही गई थी तो उस समय सेमरा के लोगों ने काफी प्रयास किया था कि उनके सांसद इस गांव को गोद ले लें। सांसद अगर गांव को गोद ले लिए होते तो शायद ग्रामीणों को इस समस्या से जूझना नहीं पड़ता। आज गांव के कटान पीड़ित खानाबदोश की जिन्दगी जी रहे हैं लेकिन उनका कोई पुरसाहाल नहीं है। श्री कुशवाहा ने कहा कि गांव को कटान से बचाने के लिए वह अपने विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू व युवा विधायक आदिति ¨सह के माध्यम से विधान सभा के आगामी सत्र में इस समस्या को जोरदार ढंग से उठाने का प्रयास करेंगे। संसद भी इस मुद्दे को अपने नेताओं के माध्यम से उठाने का कार्य करेंगे। क्रमिक धरना में जैनेश पंकज, देवेंद्र सिह, मनोज राय डबलू, योगेश गुप्ता, श्रीनारायण राय, उमेश राय, मंगला यादव, नंदू यादव, तारकेश्वर पटेल, हीरा प्रजापति, सर्वदेव पटेल, संतोष तिवारी, बनवारी तिवारी, सुरेश राम, गिरिजा राम, जोखू राम, बेचू राम, शमर राय, संजय मिश्रा, रवींद्र राय, रमेश राय, भरत निषाद, भुवाल निषाद, शेष कुमार प्रधान, राधाराम, घुरहू राम, रामपति गुप्ता, गनपति कन्नौजिय, ¨सहासन चौरसिया, रमाशंकर प्रजापति, छोटन उपाध्याय, वीरेंद्र खरवार, संतोष खरवार आदि शामिल थे। संचालन प्रेमनाथ गुप्ता ने किया ।