मोदी आप के काशी की यह हालत

वाराणसी -सफाई अभियान को लेकर देशभर में अलख जगाई जा रही है। लेकिन छावनी क्षेत्र में यह अभियान बहुत प्रभावी नहीं दिख रहा है। छावनी बोर्ड भी इसे लेकर गंभीर नहीं दिखाई दे रहा है। इसका अंदाज कूड़ा डंपिंग से लगाया जा सकता है।
छावनी क्षेत्र का कूड़ा आबादी वाले क्षेत्र में डंप हो रहा है। कूड़े का उठान न होने से फुलविरया, पहलीपुरा व इमिलियाघाट के बाशिंदे आये दिन बीमार पड़ रहे हैं। बारिश के बाद स्थिति और बिगड़ गई है। सड़न की वजह से दुर्गन्ध दूर तक फैल रही है। लोग घरों में जरूरी दवाओं के साथ बचाव के अन्य तरीके अपना रहे हैं। जबकि इससे ठीक सटा सेना का ट्रेनिंग सेंटर और जनपद के आला अफसरों के आवास भी हैं।
पहले भी कूड़ा न उठने की वजह दर्जनों लोग बीमार पड़ चुके हैं। फुलविरया, पहलीपुरा व इमिलियाघाट की आबादी लगभग दो हजार है। समस्या निस्तारण के लिए लोगों ने धरना प्रदर्शन भी किया लेकिन कुछ नहीं हुआ। जब लोग बीमार पड़ने लगते है तो विभागीय स्तर पर खानापूर्ति के लिए दवाओं का छिड़काव कर दिया जाता है।