लोकतंत्र रक्षक सेनानियों को अब 20 हजार मासिक पेन्शन
लखनऊ – उत्तर प्रदेश के मुख्यकमंत्री आदित्यं नाथ योगी ने प्रदेश के लोकतंत्र सेनानियों की सम्मान राशि को 15 हजार रुपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 20 हजार रुपए प्रतिमाह करने की घोषणा की है. सीएम ने कहा कि राज्य सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. जानकारी के अनुसार लोकतंत्र सेनानियों की सम्मान राशि में बढ़ोत्तरी से सरकारी खजाने पर हर साल लगभग 35 करोड़ 35 लाख 80 हजार रुपये का अतिरिक्त व्ययभार आने का अनुमान है। दरअसल शुरुआती दौर में लोकतंत्र सेनानियों को पहले 5 हजार मिलता था. बाद में 10 हजार फिर 15 हजार मिलने लगा, सूबे में बीजेपी सरकार आने के बाद 25 हजार रुपए सम्मान राशि किए जाने की मांग की जा रही थी. छत्तीसगढ़ में सेनानियों को 25 हजार प्रतिमाह सम्मान राशि दी जाती है। गौरतलब है कि आपातकाल के सेनानियों को सम्मान राशि मुलायम सिंह यादव के शासन काल में देने का कार्य किया गया. इसके बाद अखिलेश यादव सरकार ने सम्मान राशि बढ़ाने के अलावा उन्हें निशुल्क मेडिकल सुविधा भी देने का कार्य किया था। उधर आपातकाल पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि वह खुद आपातकाल का हिस्सा रहे हैं। राजनीतिक लाभ के लिए वैचारिक उद्देश्यों का ह्रास हुआ, इमरजेंसी निजी स्वार्थ के लिए लागू की गई थी. आज ऑडियोलॉजी की बात राजनीति में कम बल्कि क्षेत्रवाद और समीकरणों की बातें ज्यादा होती हैं. सत्ता प्रभाव में रहने की ललक ने राजनीति का स्तर गिराया और क्षेत्रवाद को बढ़ावा दिया. बीजेपी साफ-सुथरी विचारधारा की पार्टी है हमारी आइडियोलॉजी तय है. इमरजेंसी के दौरान हम लोगों के साथ जमात-ए-इस्लामी के लोग भी जेल में बंद हुए. तमाम सोशलिस्ट भी जेलों में बंद हुए. भारतीय संस्कृति के जेहन में लोकतंत्र है. दक्षिण के राम और उत्तर के राम एक हैं।