वाराणसी-भाई ने दिया भाई के हत्या की सुपारी
वाराणसी-शुक्रवार को एसपी-ग्रामीण अमित कुमार ने बताया कि दोनों बदमाशों पर चौक थाने में 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित है। उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। सीओ दशाश्वमेध स्नेहा तिवारी ने बताया कि पूछताछ में इन दोनों ने आर्थिक जरूरतें पूरी करने के लिए अपराध करने की बात स्वीकार की है। इन दोनों शातिरों पर कई केस दर्ज हैं।
एसपीआरए ने बताया कि प्रभु साहनी की हत्या कराने के लिए चचेरे भाई अधिवक्ता शिव कुमार निषाद ने जिला जेल में बंद बदमाश एजाज सोनी और मनीष से सम्पर्क किया था। दोनों ने हत्या कराने के लिए तीन लाख की सुपारी मांगी थी। सौदा तय होने पर एजाज व मनीष ने रिजवान अंसारी और अफरोज अहमद को गोली मारने की जिम्मेदारी दी। इसके लिए उन्हें 30 हजार रुपये और नाइन एमएम व .32 बोर की पिस्टलें दी गईं। इसके बाद शिव निषाद ने रिजवान और अफरोज को प्रभु सहानी दिनचर्या की जानकारी दी। प्रभु की हत्या के दौरान शिव भी मौके पर मौजूद था। प्रभु सहानी की हत्या में छोटे भाई शंभू की तहरीर पर चौक थाने में चचेरे भाई विनोद कुमार निषाद, अधिवक्ता शिव कुमार निषाद, जितेन्द्र कुमार निषाद और बबलू भारती के खिलाफ नामजद हत्या का केस दर्ज किया गया था। नामजद सभी आरोपी कोर्ट में समर्पण कर जेल जा चुके हैं।