सैदपुर – अब आया उंट पहाड के नीचे
गाजीपुर – सैदपुरनगर पंचायत के बीते कार्यकाल में खरीदी गई कूड़ा डंपिंग जमीन में घपले के मामले में नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी संतोष मिश्र ने पूर्व चेयरमैन शशी सोनकर, तत्कालीन अधिशासी अधिकारी रामबचन यादव और लिपिक सुरेन्द्र सोनकर के नाम का जिक्र करते हुए लगभग 60 लाख के जमीन खारीद घोटाले में तीनों के ऊपर मुकदमा पंजीकृत कराया है। इस कार्रवाई से नगर पंचायत की सियासत एक बार फिर गरमा गई है।
बीते कार्यकाल के पूर्व सभासद राजेश सोनकर की शिकायत पर सीआरओ द्वारा की गई जांच में नगर पंचायत के तत्कालीन चेयरमैन, अधिशासी अधिकारी, लेखा लिपिक और जमीन विके्रता को प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया था। इसके आधार पर जिलाधिकारी ने नगर पंचायत के वर्तमान अधिशासी अधिकारी संतोष मिश्र को घोटाले के आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराने का निर्देश बीते 20 जून को दिया था। जिसके बाद 21 जून को अधिशासी अधिकारी ने थाने में तहरीर देकर अज्ञात के ऊपर मुकदमा पंजीकृत कराया था। मामले की गम्भीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी को फटकार लगाते हुये मामले में नामजद तहरीर देने का निर्देश दिया। जिसके बाद बीते बुधवार की शाम अधिशासी अधिकारी ने स्थानीय थाने में आरोपितों के नाम सहीत दूसरी तहरीर दिया है। अधिशासी अधिकारी संतोष मिश्र ने बताया कि पहली बार थाने में तहरीर देते समय आरोपितों के नाम वाली जांच रिपोर्ट मुझे प्राप्त नहीं हो पाई थी। अब जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर आरोपितों के नाम से तहरीर दी गई है।
कूड़ा डंपिंग जमीन घोटाले में नगर पंचायत के वर्तमान इओ द्वारा थाने में आरोपितों के नाम सहित दूसरी तहरीर दिये जाने के बाद से ही अब नगर में आरोपितों के गिरफ्तार होने की चर्चा तेज हो गई है। माना जा रहा है कि आईपीसी 409 जैसी आजीवन कारावास तक की गंभीर धारा में अपराध दर्ज होने के बाद अब नगर पंचायत द्वारा आरोपितों के नाम से तहरीर दिये जाने के बाद अब किसी भी वक्त आरोपितों की गिरफ्तारी हो सकती है। जिसे लेकर स्थानीय नगर के राजनैतिक गलियारे में चर्चा का बाजार गर्म हो गया है।