सैदपुर-तीन छुपाये ना छुपे , चोरी, हत्या ,पाप 

गाजीपुर- प्राचीन काल से समाज मे कही जाने वाली कहावतें आज भी अपने आपको सत्य प्रमाणित कर रही है। सैदपुर कोतवाली प्रभारी शरदचंद्र त्रिपाठी शुक्रवार को अपने हमराहियों के साथ रात्रि कालीन भ्रमण पर थे कि मुखबिर से सुचना मिली कि तीन शातिर अपराधी बाईक से हसनपुर डहरां की तरफ से आरहे है । मुखबिर की सुचना पर कोतवाली प्रभारी ने अपने हमराहीयों के साथ एकौझी स्थिति इन्टर कालेज के पास जाल बिछाया और तीनो बाईक सवारों को रुकने का इसारा किया, पुलिस देख अपराधीयो ने बाईक मुडकर भागने लगे। पुलिस के पीछा करने पर हडबडी मे बाईक पलट गायी । बाईक पलटने पर अपराधी पैदल ही भागने लगे। पुलिस ने दौडा कर भानू पान्डेय निवासी पान्डेयपुर थाना सैदपुर, तोयज यादव उर्फ चुलबुल निवासी राजनपुर थाना सैदपुर को पकड लिया लेकिन योगेंद्र यादव उर्फ नेता मुलनिवासी इटहां थाना खानपुर वर्तमान निवासी नसीरपुर थाना सैदपुर भागने मे कामयाब रहा। पकडे गये अपराधीयो ने पुलिस को बताया कि योगेंद्र यादव के पिता और रिटायर्ड शिक्षक देवेन्द्र यादव मे पुरानी रंजिश थी। रिटायर्ड शिक्षक और कपडे की दुकान चलाने वाले देवेन्द्र यादव की हत्या 25 मई को उस वक्त हुई जब वे रात्रि मे अपने कपडे की दुकान बन्द कर , अपने घर नसीरपुर जा रहे थे। हत्या नसीरपुर गाँव से 500 मीटर दुर हुई थी। हत्या के लिए 1.50 लाख की सुपारी दिया गया था।

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