हैवान थानेदार और पुलिसकर्मी

वाराणसी – कानपुर से चोरी हुई डम्फर के मामले में नाबालिग खलासी को एक हफ्ते से मिर्जामुराद थाने में बंद करके रखने के प्रकरण में एसएसपी आरके भारद्वाज ने संज्ञान लिया है। उन्होंने पूरे मामले की जांच एसपी ग्रामीण अमित कुमार को करने का आदेश किया है। थाना प्रभारी से नाबालिग को थाने में बंद रखने का लिखित में जवाब देने को कहा है। वहीं मामले में वकीलों का एक दल भी एसएसपी से मिला और एफआईआर दर्ज करने की मांग की। पुलिस ने नाबालिग को मंगलवार की देर रात ही घर पहुंचा दिया।

बीते पांच जून को कानपुर के घाटमपुर में सड़क निर्माण में लगी डम्फर चोरी हो गई। मिर्जामुराद पुलिस ने डम्फर में लगे जीपीएस से देर रात लालपुर में पकड़ लिया लेकिन चोर गाड़ी छोड़ भाग निकले। डम्फर से 14 वर्ष के नाबालिग खलासी बीरबलपुर निवासी अर्जुन को पुलिस ने पकड़ा। नियमों को ताक पर रखकर पुलिस ने अर्जुन को सात दिनों से थाने में हथकड़ी पहनाकर बैठाए रखा। मामले में अर्जुन के पिता अवधेश ने मुख्यमंत्री और पुलिस के उच्चाधिकारियों से शिकायत की और जांच की मांग की। इसके बाद एसएसपी ने इंस्पेक्टर को फटकार लगाई तो मंगलवार की देर रात ही मिर्जामुराद पुलिस ने नाबालिग को घर छोड़ दिया। साथ ही मां सुनिता व दादी से सादे कागज पर अंगूठा लगवाया। वहीं इस मामले को दबाने के लिए बुधवार को पुरे दिन थाने के अंदर हड़कम्प मचा रहा।

रोज रात में की जाती थी पिटाई
थाने से सात दिन बाद घर आए अर्जुन ने बताया कि रोज रात में पिटाई की जाती थी और खाना सिर्फ एक टाइम दिया जाता था। इसके अलावा जबरदस्ती एक गोली दी जाती थी, जिससे सर घूमने लगता था। किशोर के शरीर पर कई जगहों पर चोट के निशान हैं।

Leave a Reply