52 दिन से खाडी में फंसा शव ,परिवार परेशान

गाजीपुर- खाड़ी के देश से बेटे के शव आने की बाट जोहते -जोहते मां शरीफुननिशा की आंखें पथरा गई हैं। बावन दिन बीत गए। बस यही इच्छा है कि जिगर के टुकड़े को अंतिम बार देख सकूं। लगभग डेढ़ साल पहले जखनियां तहसील के भुड़कुड़ा ग्राम निवासी महबूब अंसारी का 30 वर्षीय पुत्र इकबाल मजरा के वीजा पर सऊदी अरबिया के अल कासिम स्टेट जिला अलरस थाना अलफुहारा के बुरैदा पहुंचा था । जहां शेख ने रेगिस्तान में उसे बकरी चराने का काम दिया बकरियों को रहने तथा इकबाल के लिए रेगिस्तान में ही एक अहाता व छोटा सा रूम भी दिया गया था । जिसमें भोजन पकाने के लिए गैस सिलेंडर, बरतन आदि का इंतजाम था। 2 फरवरी की रात अज्ञात लोगों द्वारा उसी रूम मे इकबाल के मुंह में कपड़ा ठूंस पीछे से हाथ बांधकर हत्या कर दी गयी। सऊदी अरबिया की पुलिस ने दर्जनों लोगों की गिरफ्तारी किया, लेकिन बाद में सभी को छोड़ दिया गया । इकबाल के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पार्थिव शरीर अब तक भारत नहीं भेजा गया। इकबाल का शव मंगाने हेतु मृतक के भाई एकलाख ने भारत सरकार के विदेश मंत्रालय एवं भारतीय दूतावास से पत्र व्यवहार कर जहां गुहार लगाया। पीड़ित परिवार ने केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा से भी मिलकर पार्थिव शरीर मंगाया जाने की गुहार लगाया। मई महीने में इकबाल की शादी तय थी। हत्या से 2 दिन पूर्व इकबाल ने अपना फोटो लड़की परिवार के लिए भेजा था तथा लड़की का फोटो वाट्सऐप पर उसे प्राप्त कराया गया था जिसे इकबाल ने पसंद किया था। इकबाल काफी मिलनसार था जिसे गाँव मे हर जाति वर्ग के लोग काफी मानते थे। पूर्व प्रधान डॉक्टर मधुबाला सिंह, अध्यापक अश्वनी सिंह; व्य धर्मेंद्र कुमार चतुर्वेदी एवं रविकांत गुप्ता आदि

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